केसर बिजनेस/ ढाई लाख रुपए किलो बिकने वाला केसर ₹65000 किलो खरीदें/

केसर बिजनेस/ ढाई लाख रुपए किलो बिकने वाला केसर ₹65000 किलो खरीदें/ जैसा कि आप सभी जानते हैं  KESAR को गोल्ड स्पाइस के नाम से जाना जाता है मतलब इसकी कीमत  सोने से कम नहीं होती है यह सोने जैसा ही कीमती होता है | 

 अगर आप KESAR का बिजनेस शुरू करें तो आप इसमें काफी अच्छी प्रॉफिट ले सकते हैं इस केसर बिजनेस को शुरू करने के लिए आपको कुछ जानकारी पहले होनी जरूरी है अगर आप इस जानकारी को नजरअंदाज करते हैं तो आपको काफी नुकसान हो सकता है |

 सबसे पहले आप को समझना होगा कि KESAR मार्केट में कितने प्रकार का मिल रहा है  किस KESAR की कितनी कीमत है | किस KESAR की सबसे ज्यादा मार्केट में  कीमत है और कौन सा केसर सबसे सस्ता होता है  आइए समझते हैं पहले केस के बारे में-

  •  केसर कितने प्रकार का होता है?-

 आज के समय में मार्केट में दो तरह का  KESAR उपलब्ध है और दोनों के सर में जमीन आसमान का अंतर है

  1.  कश्मीरी केसर-
  2.  अमेरिकन केसर-
  • कश्मीरी केसर कैसा होता है इसकी संपूर्ण जानकारी-

KESAR कश्मीर की पहचान है कश्मीर से केसर पहचाना जाता है अगर कहीं पर केसर की बात होती है तो सबसे पहले एक ही नाम आता है कश्मीर  जहां पर KESAR की खेती की जाती है सिर्फ कश्मीर ही एक ऐसी जगह है जहां पर KESAR का उत्पादन होता है कश्मीर से ही पूरी दुनिया में केसर की सप्लाई होती है परंतु आज के समय में एक और केसर मार्केट में चल रहा है जिसको हम अमेरिकी इशक के नाम से जानते हैं परंतु अभी हम बात कर रहे हैं KASHIMIRI KESAR की |

  • KASHMIRI KESAR की कीमत?

 KASHMIRI KESAR अपनी कीमत के लिए भी एक अलग ही स्थान रखता है अगर आपको KASHMEERI KESAR की आवश्यकता है तो 10 ग्राम केसर के लिए आपको ₹2500 देने पड़ेंगे |  यानी कि ₹250000 1 किलो केसर मिलेगा | कश्मीरी केसर अपने आप में एक अलग ही स्थान रखता है इसलिए इसकी इतनी कीमत होती है यह KESAR सिर्फ और सिर्फ कश्मीर में ही मिलता है इसकी क्वालिटी और शुद्धता की गारंटी हमेशा रहती है |

 परंतु आप लोग सोच रहे होंगे कि कश्मीरी केसर इतना महंगा क्यों है इसका कारण है-

  •  कश्मीरी केसर के महंगे होने का कारण- केसर बिजनेस

 कश्मीरी केसर के महंगे होने के कई कारण होते हैं जैसे कि यह KESAR केवल कश्मीर के एक विशेष स्थान पर ही पैदा किया जाता है  कश्मीर में  पुलवामा जिले के  Pampor तहसील मैं 10 किलोमीटर के क्षेत्र में सबसे ज्यादा केसर का उत्पादन होता है | इसका पहला कारण यही है कि इसकी खेती बहुत ही कम क्षेत्रफल में होती है और इसकी मांग  पूरे वर्ल्ड में होती है |

  • KASHMIRI KESAR के महंगे होने KA दूसरा कारण

 दूसरा कारण यह है कि KESAR की खेती करने के लिए बहुत सारी शारीरिक मेहनत की आवश्यकता होती है इसमें किसी भी प्रकार की मशीनरी का प्रयोग नहीं किया जाता है केसर  के बीज बोने से लेकर फूल निकलने तक और फूल से KESAR निकालने तक सारा कार्य हाथों से किया जाता है इस कारण भी कश्मीर से केसर महंगा मिलता है क्योंकि इसमें लागत ज्यादा हो जाती है |

 तीसरा कारण यह है KESAR का उत्पादन बहुत ही कम मात्रा में हो पाता है क्योंकि एक फूल में 6 कली निकलती हैं जिनमें तीन कली पीले कलर की होती हैं जिनका कोई भी मतलब नहीं होता है सिर्फ उसमें 3 पति ऐसी होती हैं जो केसर होते हैं मतलब एक पेड़ में सिर्फ तीन केसर की धागे जैसी पत्नी पत्ती मिलेंगे और ऐसी 165 पत्ती एक ही करने पर 1 ग्राम KESAR बनती है |

 अब आप समझ ही गए होंगे कि KESAR क्यों इतनी महंगी होती है | 

  • AMERICAN केसर की खेती कब और कैसे होती है-

 कश्मीर में KESAR की खेती एक बार करने पर वह 15 साल तक बराबर चलती है इसके बाद दोबारा इसकी फसल  बोनी होती है |  इसके बीज की रोपाई अगस्त महीने में की जाती है  जो 2 महीने में तैयार होती है इसके बाद 15 अक्टूबर से 15 नवंबर के बीच इस में फूल आते हैं उन फूलों को चुन-चुन कर यह लोग घर पर लेकर आते हैं और उनमें से KESAR को निकाला जाता है और इस KESAR को निकाल कर यह मार्केट में सप्लाई की जाती है | 

 अगर यह एक बार बीज बोते हैं तो वह बराबर 15 साल तक इनको फूल देती है जिनसे यह KESAR निकाल कर मार्केट में सेल करते रहते हैं परंतु इसका मतलब यह नहीं कि एक बार फसल बोने के बाद दोबारा उसमें कोई कार्य नहीं किया जाता इनको साल में तीन बार उस खेत की जुताई करनी होती है वह भी इस प्रकार से कि उस में लगाए गए बीच खराब ना हो फसल सिर्फ साल में एक बार आती है |

  • अमेरिकन केसर कैसी होती है?-

 अमेरिकन KESAR देखने में कश्मीरी केसर जैसी ही होती है अगर आप दोनों को साथ में रख दे तो आप पहचान नहीं सकते कि कौन सी केसर कश्मीर की है और कौन सी KESAR अमेरिकन है परंतु दोनों KESAR में बहुत ही ज्यादा फर्क होता है | 

  • AMERICAN KESAR कैसा होता है इसकी संपूर्ण जानकारी-

 अमेरिकी  KESAR बिल्कुल कश्मीरी केसर जैसा होता है और अगर आप इसको पानी में डालकर देखेंगे तो यह बिल्कुल वैसा ही रंग छोड़ता है जैसा कश्मीरी केसर छोड़ता है |  परंतु इसकी सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह कश्मीर में पैदा ना होकर राजस्थान पंजाब और मध्य प्रदेश में इसकी खेती होती है |

 यह यहां पर बहुत ही बड़ी मात्रा में उगाया जा रहा है और यहां के किसान इससे बहुत बड़ा फायदा भी उठा रहे हैं अक्सर आप लोग न्यूज़पेपर में टीवी में यह जरूर देखते होंगे कि इस किसान ने केसर की खेती शुरू की और उसने पांच लाख 1000000 रुपए 1 साल में कमाए | 

 यह किसान सभी अमेरिकी KESAR  की खेती करते हैं और अपने KESAR को होलसेल मार्केट में सेल करते हैं या फिर डायरेक्ट दिल्ली मार्केट में बेच देते हैं जहां पर इनको अपने KESAR की  अच्छी कीमत मिलती है |

 जैसा कि हमने आपको ऊपर ही बताया है कि यह कि आपको ₹65000 किलो से शुरू होकर डेढ़ लाख रुपए किलो तक मिलता है |  बहुत सारे किसान इसकी खेती कर रहे हैं और मार्केट में इसको बेच रहे हैं  यह केसर कश्मीरी केसर से 4 गुना कीमत तक सस्ता मिलता है जिस कारण बहुत सारे लोग इस केसर को प्रयोग में ला रहे हैं |

 सस्ता के सर होने के कारण मार्केट मैं इसके सर की मांग भी ज्यादा हो रही है क्योंकि कश्मीरी केसर बहुत ही ज्यादा महंगा होता है इस कारण उसको हर कोई खरीद नहीं सकता परंतु इसके सर को ₹65000 किलो खरीद कर वह डेढ़ लाख रुपए से लेकर ₹200000 तक मैं मार्केट में बेच रहे हैं |

  • AMERICAN KESAR की  पैदावार कितनी है-

अमेरिकी केसर की पैदावार कश्मीरी केसर की तुलना में  100 गुना ज्यादा होती है  यहां आपको एक बीघा खेती करने में 5 किलो केसर से लेकर 10 किलो  KESAR तक बताई जाती है |  इसमें कितनी सच्चाई है इसकी अभी कोई गारंटी नहीं मिली है परंतु 2 किलो से 5 किलो तक अमेरिकी केसर पैदा होने की संभावना व्यक्त की जाती है |

अगर आपको एक बीघा खेती करने में 2 किलो KESAR की प्राप्ति होती है तो आप ₹130000 प्रति बीघा की आमदनी कर सकते हैं और इतनी ज्यादा प्रॉफिट शायद ही किसी दूसरी फसल में होती हो |

कश्मीरी केसर OR अमेरिकन केसर-

अमेरिकी केसर और कश्मीरी केसर  दोनों में एक ही समानता पाई जाती है अगर इसको आप पानी में डालते हैं तो यह एक जैसा कलर छोड़ते हैं जैसा कि सभी जानते हैं कि KESAR का प्रयोग सबसे ज्यादा मिठाइयों में खाना बनाने वाली सामग्री में किया जाता है |

परंतु दोनों के फूल में बहुत ही ज्यादा फर्क होता है एक फूल जिसमें से सिर्फ तीन पत्ती KESAR निकलता है जबकि दूसरी  और एक फूल में 20 से 25 कली केसर निकलता है | 

 कश्मीरी केसर का पेड़ दो से तीन इंच लंबा होता है जबकि अमेरिकी KESAR का पेड़ 3 से 4 फुट लंबा होता है 

  • केसर बिजनेस कैसे करें- 

KESAR का बिजनेस करने के लिए आपको दिल्ली की खारी बावली मंडी में जाकर वहां से KESAR खरीदना चाहिए आपको यह याद रखना है जहां से आपके सर खरीद रहे हैं वह प्रमाणित सेलर होना चाहिए ज्यादातर जगह पर नकली की सर मिलता है इसलिए आप इतना पैसा अगर इस में इन्वेस्ट कर रहे हैं तब आपको एक रजिस्टर होलसेलर से ही माल खरीदना चाहिए |

 जब आप वहां से माल खरीदेंगे तब आपको वह KESAR ₹65000 किलो से लेकर ₹70000 किलो के बीच में मिलेगा आप उसके सर को छोटी छोटी डिब्बी में पैक करके अपने मार्केट में राशन की दुकान वालों को सेल कर सकते हैं |  जैसा कि सभी जानते हैं कि KESAR की मार्केट में बहुत ही ज्यादा डिमांड रहती है परंतु लोगों को एप्लीकेशन नहीं मिलता है और अगर आप गारंटी के साथ असली केसर मार्केट में सेल करेंगे तो आपको अच्छा प्रॉफिट होगा ₹65000 किलो खरीदा गया कि आप डेढ़ लाख रुपए किलो तक बहुत ही आसानी से मार्केट में सेल कर सकते हैं |

Online केसर बिजनेस-

 इसके अलावा दूसरा सबसे आसान और सरल तरीका है कि आप इंडियामार्ट अमेजॉन फ्लिपकार्ट पर अपना रजिस्ट्रेशन करा लें और यहां पर आप KESAR के होलसेलर के  रूप में अपना माल पैक करके ऑर्डर करने वालों को माल भेज सकते हैं | ऑनलाइन केसर बिजनेस करने में आपको ज्यादा आसानी होगी और यहां पर आपको अपने प्रोडक्ट की कीमत भी अच्छी मिलेगी